भारतीय फ़िल्म और टेलीविज़न संस्थान,(एफटीआयआय ) के डिजिटल संपादन में लघु पाठ्यक्रम के 10 प्रतिभागियों ने समापान समारोह में पाठ्यक्रम निदेशक नीरज वोरलिया और श्री जी.बी. सिंह, संकायाध्यक्ष(टीवी) की उपस्थिति में प्रमाणपत्र प्राप्त किये ।
एफटीआयआय कैंम्पस में आयोजित पाठ्यक्रम के प्रतिभागी चार राज्यों से आए थे
1) महाराष्ट्र (मुंबई, कल्याण, पुणे, ठाणे, नागपुर)
2) कर्नाटक (बेंगलुरु)
3) तमिलनाडु (कोयम्बटूर)
4) असम (गुवाहाटी)
नीरज वोरलिया (एफटीआयआय, फ़िल्म संपादन, 1996), एक सुप्रसिद्ध फ़िल्म संपादक, मुख्य रूप से स्वतंत्र संपादक के रूप में कार्य
कर रहे हैं। उन्होंने सामयिक मुख्यधारा की हिंदी फ़िल्म (औरंगजेब) सहित मुख्य रूप से मराठी (श्वास, वऴू, विहीर, दहावी फ ) में एक दर्जन से भी अधिक फीचर फिल्मों का संपादन किया । श्र्वास एक व्यावसायिक होने के साथ-साथ महत्वपूर्ण सफलता थी, इस
फ़िल्म ने 2004 की सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीता । ऑस्कर, 2005 के लिए वह भारत की आधिकारिक प्रविष्टि भी थी ।
उन्होंने तीस से अधिक डाक्यूमेंट्री और लघु कथा फिल्मों का समान संख्या में संपादन किया । नीरज एक दशक से भी अधिक समय से शिक्षाविदों से जुड़े हुए हैं, इन्होंने विभिन्न
स्थानों पर फ़िल्म के सैद्धन्तिक पक्ष के साथ - साथ उसके प्रैक्टिल पहलुओं सामान्य और विशेष रूप से संपादन , के विषय में अध्ययन किया ।
यह पाठ्यक्रम भाफिटेसं की देशभर में आयोजित फ़िल्म शिक्षा आउटरीच पहल स्क्रिफ्ट ( SKIFT ) (फ़िल्म और टेलीविज़न में कौशलभारत ) के अन्तर्गत आयोजित किया गया था, जिसके अन्तर्गत पिछले 25 महीनों में 6100 शिक्षार्थियों को सम्मिलित करते हुए देश भर के 38 स्थानों में 149 अल्पकालिक पाठ्यक्रम आयोजित किये गये ।