फ़िल्म आलोचना और समीक्षा करने की कला में पाठ्यक्रम (नई दिल्ली) का 8 वाँ दिन, 17 प्रतिभागियों ने क्रिस मार्कर की ला जेटी फ़िल्म देखने
के पश्चात् अपने विचार लिखें ।
पाठ्यक्रम की डायरेक्टर (निर्देशक) रजुला शाह (एफटीआयआय,फ़िल्म निर्देशन, 2000) भोपाल स्थित दृश्य कलाकार, कवयित्री और
फ़िल्म निर्माता हैं । उनका फ़िल्म अभ्यास लोगों, उनके कार्यों और संदर्भों के निकट सहयोग के माध्यम से विभिन्न कलाओं, विचारधाराओं
और दर्शन के स्कूलों से गहन संवाद से उभर कर आता है । वे एक ऐसी निर्माता – निर्देशक हैं जो कल्पना/डॉक्यूमेंट्री, पारंपरिक और
आधुनिकता की सीमाओं की खोज में बड़े पैमाने पर काम कर रही है। यह पहली बार हो रहा है कि भाफ़िटेसं , फ़िल्म आलोचना और
समीक्षा करने की कला में एक पाठ्यक्रम संचालित कर रहा है । इस पाठ्यक्रम से सिनेमा समीक्षकों, फ़िल्म ब्लॉगर्स, अनुसंधानकर्ता और
फ़िल्म शिक्षाविदों की लम्बे समय से चली आ रही मांग की पूरी हुई है।
यह पाठ्यक्रम भाफ़िटेसं के द्वारा भारतीय जनसंचार संस्थान (आयआयएमसी), नई दिल्ली के सहयोग से भाफ़िटेसं की देशभर में
आयोजित फ़िल्म शिक्षा आऊटरीच पहल स्कीफ्ट (स्किलिंग इंडिया इन फ़िल्म अँड टेलीविज़न )जिसके अंतर्गत देशभर में 37 जगहों पर 6090
शिक्षार्थियों को सम्मिलित करते हुए 148 लघु पाठ्यक्रम संचालित किये
गये हैं, के अंतर्गत संचालित किया जा रहा है ।