कला निर्देशन एवं निर्माण संरचना में तीन वर्षीय स्नातकोत्तर पदविका पाठ्यक्रम
यह पाठ्यक्रम कला निर्देशन एवं निर्माण संरचना के विभिन्न पहलुओं में प्रायोगिक प्रशिक्षण पर बल देने के साथ ही कला निर्देशक की दृष्टि से पटकथा को समझने का अवसर प्रदान करता है।
यहां विद्यार्थीगण फ़िल्मों की मूल तकनीक सीखते हैं तथा कॉमन मॉड्यूल में हिस्सा लेकर फ़िल्म निर्माण की प्रक्रिया को समझते हैं और उसके पश्चात् विशेषज्ञता प्रारम्भ होती है। यहां थीअरी एवं प्रैक्टिकल कार्य में कथात्मकता के अनुकूल स्टोरी बोर्डिंग, गतिमान तस्वीरों के लिए डिजाइन सिद्धांत, सेट डिजाइन, परिधान एवं सम्पत्ति शामिल होती हैं। इसके साथ ही ड्राफ्टिंग, डिजाइनिंग एवं इफेक्ट्स, वर्चुअल सेट डिजाइनिंग इत्यादि के लिए उपयोगी विभिन्न सॉफ्टवेयर का अध्ययन किया जाता है। थीअरी एवं प्रैक्टिकल कक्षायें साथ-साथ चलती रहती हैं। प्रैक्टिकल कक्षाओं में बढ़ईगिरी, पेंटिंग, मोल्डिंग एवं सेट निर्माण पर सत्र शामिल होते हैं। इसके साथ ही विद्यार्थीगण कला निर्देशक के रूप में फ़िल्म एवं टेलीविज़न अभ्यास एवं प्रोजेक्ट्स करते हैं।
जानेमाने कला निर्देशकों के साथ नियमित वार्तालाप, अध्ययन दौरों, स्पेशल इफेक्ट के साथ कार्यशालाओं, एनिमेशन तकनीक तथा सेट विश्लेषण स्वतंत्र रूप से कार्य करने के लिए छात्रों की क्षमता को बढ़ाते हैं। सेट डिजाइन एवं निर्माण के निकट अध्ययन के लिए स्थानीय शूटिंग के लिए टूर का भी आयोजन किया जाता है। कक्षाएं आलेखन सुविधा एवं उच्चस्तरीय सॉफ्टवेयरवाले कम्प्यूटरों से सुसज्जित हैं।
इस विभाग में बढ़ईगिरी, मोल्डिंग, पेंटिंग तथा वेशभूषा एवं मंचीय सामग्री भी सम्मिलित है।
पाठ्यक्रम की अवधि
3 वर्षों को 6 सेमेस्टर में विभाजित किया गया है
सीटों की कुल संख्या
10 (दस)
योग्यता मापदंड
अप्लाएड आर्ट्स, आर्किटेक्चर, पेंटिंग, स्कल्पचर, इंटिरियर डिजाइन या फाइन आर्ट्स के संबंधित क्षेत्र में स्नातक डिग्री या उपर्युक्त क्षेत्रों में से किसी एक में समतुल्य पदविका।
संकाय
सहयोगी प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष
सहायक प्राध्यापक
सहायक प्राध्यापक
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