चलचित्रांकन
चलचित्रांकन में तीन वर्षीय स्नातकोत्तर पदविका पाठ्यक्रम
चलचित्रांकन लाइट के साथ पेंटिंग एवं नक्काशी, सौन्दर्य के चलचित्रांकन नियंत्रण तथा अच्छी तरह से डिजाइन एवं निष्पादित फोटोग्राफिक इमेज की भावनात्मक संभावनाओं के ज्ञान को संपुटित करता है। जैसा कि कला एवं शिल्प दोनों के रूप में यह एक गतिशील प्रक्रिया है, जिसमें लाइट, छाया, समय, गतिशीलता एवं स्थान का मेल शामिल होता है। भाफिटेसं में, चलचित्रांकन के विद्यार्थीगण सिर्फ कैप्टिवेटिंग इमेजेज बनाना ही नहीं सीखते हैं, बल्कि तकनीकी कौशल एवं सृजनात्मक संवेदनशीलता को भी समझते हैं।
चलचित्रांकन प्रथम सेमेस्टर के सामान्य मॉड्यूल में फ़िल्म निर्माण के विभिन्न पहलुओं से परिचित कराया जाता है। एकबार विशेषज्ञता प्रारम्भ होने पर वे फोटोग्राफिक थीअरी, कैमरा के विस्तृत अभ्यास के साथ लाइटिंग में अवधारणा एवं तकनीकों को सीखते हैं। वे अग्रणी चलचित्रांकन के साथ मास्टर कक्षाओं, प्रश्नोत्तर सत्रों एवं परिचर्चा सत्रों में भी हिस्सा लेते हैं। समन्वय अभ्यास एवं परियोजनाओं के दौरान विद्यार्थीगण जटिलता बढ़ाने की लाइटिंग तकनीकों एवं उन्नत अभ्यासों को सीखते हैं। यहां पोर्मेज एचडी कैमकोडर्स, डिजिटल एचडी सिने कैमरों एवं अत्याधुनिक डिजीटल सिनेमा कैमरों का उपयोग कर प्रगतिशील निर्देशों के माध्यम से सीखने की सुविधा उपलब्ध है।

पाठ्यक्रम की अवधि
3 वर्षों को 6 सेमेस्टर में विभाजित किया गया है l
सीटों की कुल संख्या
10 (दस)
योग्यता मापदंड
किसी भी विषय में स्नातक डिग्री- संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईटी) में सफल उम्मीदवार अभिविन्यास एवं साक्षात्कार के लिए आमंत्रित किये जायेंगे।
- अंतिम मेरिट लिस्ट लिखित परीक्षा (जेईटी), अभिविन्यास एवं साक्षात्कार, जो कि प्रत्येक स्तर पर क्रमशः 20%, 50% (20% प्रैक्टिकल + 30% लिखित) एवं 30% महत्व के आधार पर तैयार किया जाएगा, जो कि चिकित्सा परीक्षा में उत्तीर्ण होने का विषय होगा।
संकाय
- प्रसन्न जैन,
प्राध्यापक और विभागाध्यक्ष
- सत्यप्रकाश रथ,
सहयोगी प्राध्यापक
- ललित तिवारी,
सहयोगी प्राध्यापक
- गिरी रतन सिंह,
सहायक प्राध्यापक
- थिवाकरण टी.,
सहायक प्राध्यापक
शैक्षिक सहायता कर्मचारी
- अभय प्रताप सिंह,
प्रदर्शक
संकाय एवं शैक्षिक सहायता कर्मचारियों के बारे में अधिक जानकारी
